Written By :
Brijesh Vishwakarma
आसमां में जैसे रहता है चाँद,
वैसे ही मेरे दिल में तू रहती है।
किसी से कुछ कहें ना कहें,
पर तेरी आँखे मुझसे सबकुछ कहती हैं।
तू जो संग होती है मेरे,
तो सारा जहाँ संग होता है।
रोशन होती हैं सभी दिशायें जैसे तुझसे ऐ पूनम के चाँद,
इस नाचीज की दुनिया भी तुझसे वैसे ही रोशन होती है।
तू हंसती है जब,
तो लगता है जैसे चाँद खिलता हो।
तू मुझसे रूठती है,
जैसे आसमां में चाँद छुपता है।
जब मैं तुझे मनाता हूँ,
तू नजाकत से नजरें झुकाती है।
तू लजाती है, शर्माती है,
मेरे आगोश में फिर तू आ जाती है।
आकाश में चाँद जब रोशन होता है,
तू बहुत याद आती है।
तू बहुत याद आती है।
Brijesh Vishwakarma
आसमां में जैसे रहता है चाँद,
वैसे ही मेरे दिल में तू रहती है।
किसी से कुछ कहें ना कहें,
पर तेरी आँखे मुझसे सबकुछ कहती हैं।
तू जो संग होती है मेरे,
तो सारा जहाँ संग होता है।
रोशन होती हैं सभी दिशायें जैसे तुझसे ऐ पूनम के चाँद,
इस नाचीज की दुनिया भी तुझसे वैसे ही रोशन होती है।
तू हंसती है जब,
तो लगता है जैसे चाँद खिलता हो।
तू मुझसे रूठती है,
जैसे आसमां में चाँद छुपता है।
जब मैं तुझे मनाता हूँ,
तू नजाकत से नजरें झुकाती है।
तू लजाती है, शर्माती है,
मेरे आगोश में फिर तू आ जाती है।
आकाश में चाँद जब रोशन होता है,
तू बहुत याद आती है।
तू बहुत याद आती है।